
मातृभूमि धर्म संघ और धर्म
मातृभूमि धर्म संघ के मुताबिक धर्म की परिभाषा में दया, करूणा, प्रेम, त्याग, संतोष, परोपकार, सत्य, न्याय, ईमानदारी, कर्तव्य परायणता आदि होते हैं। यह सब मनुष्य में ही होते हैं। जिसमें ये ज्यादा होते हैं वह पुरुष या महिला धार्मिक होती है। हिन्दुत्व इन्हीं धार्मिक मूल्यों का संवाहक है। यानी की उन्हें आगे बढ़ाने और समाज, दुनिया में स्थापित करने का माध्यम है। जिन लोगों में यह मूल्य ये कम होते हैं या कम होने लगते हैं वे अधर्मी और समाज एवं विश्व के लिए डर, भय, क्रोध, लालच, व्याभिचार आदि का निर्माण करते हैं। ऐसे लोगों को धर्म और सदाचार का रास्ता दिखाना भी मातृभूमि धर्म संघ के मूल कार्यों में से एक होगा।